हरीश रावत से मंच साझा कर उन्ही पर सवाल उठाए आचार्य कृष्णन ने


 

-कहा, रावत व रामदेव की दोस्ती की ‘दाल में जरूर कुछ काला है”, नरेंद्र मोदी को देश की शान बताया
नवीन जोशी, नैनीताल। कल्कि धाम के पीठाधीश्वर एवं कांग्रेस पार्टी से लोक सभा का चुनाव लड़ चुके आचार्य प्रमोद कृष्णन ने शुक्रवार को मुख्यालय में मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ भारत विश्व प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित संगोष्ठी में न केवल मंच साझा किया, वरन सीएम का झुककर स्वागत करने के साथ उनके ठीक बगल में बैठकर काफी गुफ्तगू भी की, लेकिन संगोष्ठी से पहले बाबा रामदेव को अन्य संतों के साथ केदारनाथ धाम की यात्रा कराए जाने को लेकर सीएम पर सवाल भी उठाए। कहा, मुख्यमंत्री रावत और रामदेव की नजदीकी सवालों के घेरे में है। सोनिया-राहुल को गाली देने वाले रामदेव उत्तराखंड सरकार के मित्र कैसे हो सकते हैं। कहा, दोनों की दोस्ती की ‘दाल में जरूर कुछ काला है”। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की शान बताते हुए कहा कि उनकी योजनाएं अच्छी हैं, अलबत्ता उनका परिणाम आने में अभी समय लगेगा। लेकिन वह दुनिया में भारत का नाम ऊंचा कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आचार्य कृष्णन सर्वप्रथम राष्ट्रपति के समक्ष बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के कार्यों की शिकायत करने से चर्चाओं में आए थे। उनकी शिकायत पर ही रामदेव के खिलाफ, उनके पतंजलि के उत्पादों और गुरु शंकरदेव के गायब होने के मामलों में सीबीआई की जांच हुई थी। रविवार को उन्होंने फिर दोहराया कि शंकरदेव के २००७ में गायब होने की जांच होनी चाहिए। आशंका जताई कि उनकी हत्या कर दी गई है। उन्होंने आचार्य बालकृष्ण की कथित फर्जी डिग्रियों और विदेशी नागरिक होने संबंधी मामले में कुछ गंभीर धारायें हटाए जाने को लेकर संबंधित न्यायाधीशों पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट से ऐसे जजों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के आरोप भी लगाए।