‘यादों का इडियट बॉक्स’ वाले नीलेश ने खोला अपने ‘याद शहर’ का राज
-अपने लिखे दर्जनों गीत और कहानियां सुनाकर किया दर्शकों को रोमांचित
नवीन जोशी, नैनीताल। अंग्रेजी पत्रकार से 92.7 एफएम चैनल पर ख्याति प्राप्त स्टोरी-टेलर तथा जिस्म, वो लम्हे, एक था टाइगर, गैंगस्टर, मक्खी, बर्फी, एजेंट विनोद सहित 30 से अधिक हिंदी फिल्मों के गीतकार व गायक बने नीलेश मिश्र ने रविवार को अपनी कहानियों के ‘याद शहर’ और अपने अनूठे ग्रामीण समाचार पत्र-‘गांव कनेक्शन’ का राज खोला। बताया उनका ‘याद शहर’ उनके बचपन के खेल और पढ़ाई करने के दौरान का शहर नैनीताल है। यहां उनके पिता प्रो. एसबी मिश्र कुमाऊं विश्व विद्यालय के तत्कालीन डीएसबी कॉलेज (अब डीएसबी परिसर) में भू-विज्ञान विभाग में प्राध्यापक थे। उन्होंने इसी शहर के बिशप शॉ स्कूल, सेंट जोसफ कॉलेज और डीएसबी कॉलेज से पढ़ाई की हैं। आज वह यहां लौटे हैं तो वापस घर लौटने का अनुभव कर रहे हैं। रविवार 31 अगस्त की शाम नीलेश ने मल्लीताल जूम लेंड में प्रियंका भट्टाचार्या के साथ अपने म्यूजिक बैंड-‘बैंड कॉल्ड नाइन’ के लिए प्रस्तुति दी। इस दौरान उपस्थित लोगों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि एफएम चैनल पर हर रोज रात्रि नौ बजे प्रस्तुत होने वाले उनके कार्यक्रम यादों का इडियट बॉक्स-कहानी याद शहर की वास्तव में नैनीताल की कहानी है। यहां के लोगों की बचपन से उनके मन में बैठी सादगी, इमानदारी और सच्चाई रोज एफएम चैनल के माध्यम से चार करोड़ लोगों तक पहुंचती है। इस दौरान उन्होंने नैनीताल पर आधारित आत्मकथात्मक शैली की एक प्रेम कहानी के जरिए नैनीताल की माल रोड, ठंडी सड़क, पुस्तकालय, विशाल, अशोक व कैपिटॉल फिल्म थियेटरों, नगर की लोटा जलेबी, प्रेम रेस्टोरेंट आदि का जिक्र करते हुए अपने लिखे जिस्म फिल्म के गीत-जादू है नशा है, मदहोशियां हैं, और चलो तुमका लेकर चलें, बर्फी का क्यों ना हम तुम, क्या मुझे प्यार है आदि को रोचक तरीके से पिरोते हुए पेश किया। वहीं हास्य कहानी लेडीज टेलर भी दिलकश अंदाज में सुनाते-गुदगुदाते हुए एजेंट विनोद के गीत-दिल मेरा मुफ्त का से समापन किया। कार्यक्रम में की-बोर्ड पर अफजल अहमद और प्लेयर पर बॉबी पाठक आदि ने उनका साथ दिया। उनके सेंट जोसफ कॉलेज के शताब्दी बैच के सहपाठियों, शिक्षकों सहित नगर के अनेक गणमान्य जनों ने देर रात्रि तक चले कार्यक्रम का आनंद लिया।
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